What is Money Market – ये कोई वास्तविक Market नहीं होता लेकिन इसके अन्तर्गत वे सभी Financial Institutions (Mutual Fund or Asset Management Companies) आते हैं, जो Investors के Amount को बहुत ही कम समयावधि के लिए Short Term Securities के रूप में Borrowers को कर्ज के रूप में देते हैं और बदले में उनसे ब्याज वसूल करते हैं। यही Interest, Investors का Return on Investment होता है।
इसलिए यदि सरलतम शब्दों में कहें तो Money Market मूलत: Traders व विभिन्न Banks के बीच एक Network होता है, जो कि Telephone, Fax Machine या Internet युक्त Computers के माध्यम से आपस में Interlinked रहता है।
Short Term Debts and Securities को Money Market में ही Buy/Sell किया जाता है, जिन्हें Money Market Instruments के नाम से जाना जाता है, जिनकी अधिकतम मियाद 1 दिन से 1 साल तक हो सकती है और ये बहुत ही Liquid होते हैं। यानी इन Securities को Cash के समान ही माना जा सकता है, जिन्हें आप जब चाहें तब En-cash कर सकते हैं।
Treasury bills, Certificates of Deposit (CDs), Commercial Paper, Bankers Acceptances and Repurchase Agreements, Money Market के कुछ Instruments हैं। यानी Money Market के अन्तर्गत इस तरह की Securities में Invest किया जाता है, जो कि किसी Bank के Fixed Deposits के समान ही Secured होते हैं लेकिन Bank FD की तुलना में कहीं ज्यादा Liquid व High Return देने वाले होते हैं।
उदाहरण के लिए यदि आप Bank FD करते हैं, तो आपको लगभग 7 से 8 प्रतिशत सालाना की दर से Interest Return होता है, लेकिन यदि आप किसी ठीक-ठाक Money Market Fund यानी Liquid Fund में Invest करते हैं, तो आपको कम से कम 8 से 10 प्रतिशत सालाना की दर से भी अधिक ब्याज प्राप्त हो सकता है, क्योंकि Liquid Funds के अन्तर्गत आपके Investment का ज्यादातर हिस्सा Government Securities and Bonds में Invest किया जाता है।
साथ ही Bank FD की तरह सामान्यत: किसी भी Liquid Fund का कोई Maturity Period नहीं होता, इसलिए आप जब चाहें तब अपने Liquid Fund में Invested Amount को Cash कर सकते हैं, जिस पर आपको कोई Entry या Exit Load नहीं लगता, जबकि यदि आपने कोई Bank FD की है, जिस पर आपको Maturity के बाद 8 प्रतिशत की दर से Interest प्राप्त होने वाला है और यदि आप उसे Maturity से पहले ही तोड़ते हैं, तो आपको 1 प्रतिशत का Exit Load लगता है। यानी आपको आपके जमा धन पर उस दिन तक का केवल 7 प्रतिशत की दर से ही Interest दिया जाता है, जिस दिन आपने Bank FD को Maturity से पहले Break किया है, फिर इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने 1 साल के लिए करवाई गई अपनी Bank FD को दूसरे दिन ही तोड़ दिया या 364 वें दिन।
साथ ही यदि Bank FD पर मिलने वाला Interest Taxable होता है, इसलिए यदि आपने 20 लाख की Bank FD की हो, जिस पर आपको 8% सालाना की दर से एक साल बाद 16 हजार रूपए प्राप्त होंगे, तो आपके Tax Bracket की दर के आधार पर आपको इस 16000 पर Tax Pay करना होगा, जबकि Liquid Fund में 1 साल के लिए 20 लाख रूपए जमा करने पर आपको मिलने वाला लगभग 18 से 20 हजार रूपए के Return पर कोई Tax नहीं लगेगा क्योंकि Mutual Fund Companies आपके इस Return पर आपके Behalf पर पहले ही Tax Pay कर चुकी होती हैं और आपको Tax Free Return प्राप्त होता है।
Money Market मूलत: Businesses के लिए काफी Important होता है क्योंकि कई बार बहुत ही कम समय के लिए कम्पनियों को कुछ Extra Cash की जरूरत होती है, जिसे वे Money Market से Banks की तुलना में थोड़ा ज्यादा ब्याज चुका कर प्राप्त कर लेती हैं, जबकि कम्पनियों के पास जब कुछ Extra Cash पड़ा होता है, तब इसी Money Market में थोड़े समय के लिए कर्ज के रूप में उस Cash को किसी दूसरी कम्पनी या Borrower को दे कर ब्याज के रूप में कुछ Extra Return कमा लेती हैं। यानी Money Market एक तरह से Short Term Funds की Repository के समान होता है।
Liquid Funds / Money Market Funds
ये Funds मूलत: Money Market के सबसे सरल तरीके होते हैं, जिनके माध्यम से एक सामान्य Investor काफी कम समय यानी 1 दिन के लिए भी Invest कर सकता है और सामान्यत: इस तरह के Funds पर कोई Entry/Exit Load नहीं होता। साथ ही यदि आपके पास Internet Banking की सुविधा उपलब्ध है, तो आप जब चाहें तब अपने उस Extra Amount को घर बैठे किसी अच्छे Liquid Fund में Invest कर सकते हैं, जिसकी जरूरत आपको अगले 1 से 3 महीनों तक नहीं है, ताकि आप अपने उस Extra Cash पर घर बैठे Fixed Deposit से ज्यादा Tax Free Return प्राप्त कर सकें।
जबकि सामान्यत: Banks, कम से कम 1 साल के लिए ही Fixed Deposit करती हैं जिसके लिए आपको बैंक के चक्कर भी लगाने पड़ते हैं। साथ ही FD पर मिलने वाला Return, Tax Free नहीं होता क्योंकि उस पर TDS कटता है और यदि आप Maturity से पहले अपनी FD Withdraw करते हैं, तो आपको मिलने वाले Interest पर 1 प्रतिशत का Exit Load लगता है।
Bank FD के बाद यदि कोई सबसे ज्यादा Secured Debt Investment Instrument है, तो वह Liquid Fund या Money Market Fund ही है।
Ultra Short Term Funds
सामान्यत: इस तरह की Mutual Fund Schemes में Mutual Fund Companies केवल उन्हीं Government Securities में Invest करती हैं, जिनका Maturity Period 1 साल से कम होता है और Liquid Fund के बाद यदि कोई सबसे ज्यादा Secured Debt Investment Instrument है, तो वह Ultra Short Term Fund ही है।
Liquid Fund में आप तब Invest करते हैं, जब आपके पास कोई ऐसा Extra Cash आपके Bank के Saving Account में पड़ा हो, जिसकी जरूरत आपको अगले 1 से 3 महीने तक नहीं पड़ने वाली है। लेकिन यदि आपके मासिक बजट के अलावा आपके पास कोई ऐसा Extra Cash आपके Saving Bank Account में पड़ा है, जिसकी जरूरत आपको अगले 6 से 12 महीने तक नहीं पड़ने वाली है, तो आप अपने इस Free Cash को Liquid Fund के स्थान पर Ultra Short Term Funds में Invest कर सकते हैं और इस Mutual Fund Scheme में आपको Liquid Fund Schemes की तुलना में कम से कम 1 से 2 प्रतिशत तक का अधिक Return प्राप्त होता है। यानी आप अपने Investment पर 9 से 11 प्रतिशत सालाना तक का ब्याज प्राप्त कर सकते हैं।
हालांकि इस तरह की कुछ Mutual Fund Schemes में आपको कम से कम 15 दिनों तक अपने पैसों को Invested रखना जरूरी होता है जो कि पूरी तरह से उस Mutual Fund Scheme पर निर्भर करता है, जिसमें आप Invest कर रहे हैं।
Floating Rate Funds
ये Mutual Funds मूलत: Floating Rate Debt Securities में Invest करते हैं, जहां Pay किया जाने वाला Interest Rate, Debt Market में दिए जाने वाले Interest Rates के आधार पर समय-समय पर Change होता रहता है। इसलिए इस तरह के Mutual Fund Schemes में Invest करना केवल तभी फायदेमंद होता है, जबकि Inflation Rate कम हो रहा हो, क्योंकि Inflation Rate (महंगाई दर) कम होने पर ही Interest Rate Increase होता है। इसलिए यदि Inflation Rate बढ़ जाए, तो Interest Rate कम हो जाती है, परिणामस्वरूप इस तरह के Funds में Invested Amount पर मिलने वाला Return भी कम हो जाता है।
चूंकि भारत एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था है, जिसमें आने वाले समय में Inflation Rate बढ़ने ही वाली है, इसलिए इस तरह की Debt Securities में Invest करना भारतीयों के लिए कोई विशेष लाभदायक नहीं है।