Home Loan Information in Hindi – Home Loan अथवा Housing Loan वह राशि होती है जो किसी भी Individual Person के द्वारा किसी Financial Institution से एक निश्चित अवधि के लिए Residential Property खरीदने के लिए, Construct करने के लिए, Repair करने के लिए अथवा Renovate करने के लिए Borrow की जाती है। Lender इस Borrow किए हुए Amount पर Interest Charge करते हैं जिसे Borrower को Principal Amount के साथ Repay करना होता है।
Home Loan अथवा Housing Loan, Bank अथवा Non Banking Financial Companies के द्वारा अपने Customers को Provide किया गया एक बहुत ही Popular Product है। Home Loan बहुत ही ज्यादा Sell होने वाला Banking Product भी है।
Why a person should taken Home Loan?
पिछले कुछ सालों से Real Estate, Investors के लिए सबसे आकर्षक विकल्पों में से एक रहा है। फिर इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि इसमें Investment करना कितना लाभदायक है। Real Estate में Investment करने के कारण देश में संपत्ति (Assets) की कीमतों में बढ़ोतरी भी हो गई है। लोगों के लिए Land और Building दोनों ही Purchase करना काफी खर्चीला हो गया है। इसी कारण से प्रतिदिन Home Loan की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।
Real Estate की कीमतों में बढ़ोतरी होने के कारण भी Home Loan लेना पड़ रहा है और इसके पीछे एक दूसरा कारण यह भी है कि Property Transactions दिन प्रतिदिन किए जाने वाले Financial Transactions की तुलना में काफी महंगा काम होता है और सभी के पास Land, Building जैसे Assets Purchase करने के लिए हमेंशा पर्याप्त Fund Available हो, यह जरूरी नहीं है। इसलिए ऐसी स्थिति में Home Loan, Property Seller और Property Buyer के बीच एक Bridge का काम करता है।
Banks, Property Buyer की तरफ से Loan के रूप में Property की Value, Property Seller को Pay कर देते हैं जिसके बदले में Property Buyer से उस Loan Amount के बदले एक Particular Interest Rate Charge करते हैं। General Rule 80-20 होता है जिसका मतलब होता है कि Banks, Home Loan के रूप में Property Value का केवल 80% ही Customers को Loan के रूप में Offer करती है और शेष 20%, Property Buyer को स्वयं को ही वहन करना होता है। यह 80-20 का Rule Banks और Property Buyer दोनों के लिए Win-Win की Situation कहलाता है क्योंकि Banks, Loan पर Interest Earn करके Profit कमाता है जबकि Buyer को Property Purchase करने के लिए Property Value का लगभग 80% Amount, Loan Value के रूप में मिल जाता है जिसे एक निश्चित समयावधि के बाद With Interest Repay करना होता है।
Home Loan लेने पर Borrower को कुछ निश्चित Income Tax Exemption भी मिलती है जिससे Individual को प्रत्येक Financial Year में Pay किए जाने वाले Income Tax Amount में Deductions मिल जाती है और Tax Amount Save हो जाता है।
Income Tax Act, 1961 के Section 24B के अंतर्गत एक Financial Year में Property Buyer के द्वारा Home Loan पर चुकाए जाने वाले Interest Amount में से 1.5 लाख रूपए तक के Interest की Deductions ली जा सकती है। आपने Home Loan लेकर जो घर बनाया है या खरीदा है और यदि आप उसी घर में रह रहे हैं तो आप Home Loan की मूल राशि (Principal Amount) पर 1 लाख रूपए की Extra Deductions लेने के लिए भी Claim कर सकते हैं।
Types of Home Loan
Personal Loan लेकर आप उस Loan Amount का जहाँ चाहे, जैसे चाहे Use कर सकते हैं, उस तरह से Home Loan का Use नहीं कर सकते हैं बल्कि Purchase की जा रही Property और Loan की अवधि के आधार पर Home Loan को Different Type की Categories में बांटा गया है और आप उस Loan Amount का केवल उसी काम में Use कर सकते हैं जिसके लिए उस Loan को लिया गया है।
Home Purchase Loans – जैसा कि नाम से ही प्रदर्शित हो रहा है कि Home Purchase Loan Specially, Home अथवा Flat Purchase करने के लिए Banks के द्वारा दिया जाता है। यह बहुत ही Popular Type का Loan जिसे ज्यादातर Home Loan Borrower के द्वारा लिया जाता है। लगभग सभी तरह के Banks और Non Banking Financial Corporations के द्वारा Offer किया जाता है।
Home Loan for Construction – जैसा कि इस प्रकार के Loan के भी नाम से ही प्रदर्शित हो रहा है कि Home Construction Loan, Borrower के द्वारा तब लिया जाता है जब Borrower अपने पहले से Available Land पर अपना स्वयं का Home Construct करना चाहते हैं।
Plots Loan – Plots Loan भी एक तरह का Loan होता है जो Banks के द्वारा अपने Customers को Plot अथवा Land खरीदने के लिए Offer किया जाता है। एक मुख्य बात का ध्यान रखे कि Plot Loan सभी तरह के Banks अथवा Non Banking Financial Corporations के द्वारा अपने Customers को Offer किया किया जाए, यह जरूरी नहीं है।
Home Extension/Renovation Loan – इस तरह का Loan उन Home Loan Borrower को Offer किया जाता है जिनके पास पहले से ही House हो, लेकिन अपने विद्यमान House में ओर कुछ Construction या Renovation करना चाहते हैं। जैसे एक Extra Room Construct करवाना चाहते हैं या फिर अपने छत अथवा सीढ़ीयों को Renovate करवाना चाहते हैं।
Home Conversion Loan – यदि आपने Home Purchase करने के लिए पहले से ही Home Loan ले रखा है और यदि आप उस Loan को किसी दूसरे House पर Shift करवाना चाहते हैं तो आपके पास Home Conversion Loan का भी Option होता है। यह Option आपको Current Loan को New House के लिए Transfer करवाने में सहायता करेगा।
NRI Home Loan – NRI Home Loan को Specially, Non Resident Indians Person के लिए Launch किया गया है ताकि ऐसे NRI Person जो India में Resident Property खरीदना चाहते हैं तो वे NRI Home Loan लेकर India में Resident Property Purchase कर सके। NRI Home Loan को लेने के लिए अपनाई जानी वाली Process और Requirements, Regular Home Loan को लेते समय अपनाई जाने वाली Process और Requirements की तुलना में अलग होती है।
Stamp Duty Loan – किसी भी Person के द्वारा जब Property Purchase की जाती है तो Property Purchase करने पर कुछ Stamp Duty से संबंधित खर्चे भी होते हैं जिसके लिए Banks के द्वारा अपने Customers को Stamp Duty Loan Offer किया जाता है और इस तरह के Loan के अंतर्गत Stamp Duty से संबंधित Charges को Cover किया जाता है।
Bridged Loan – ऐसे Person जिनके पास पहले से ही एक Home हो और वे एक New Home ओर Purchase करना चाहते हैं तो ऐसे Person, Bridged Loan के लिए Apply कर सकते हैं। सामान्यत: इस तरह के Loan की अवधि 2 वर्ष से कम की होती है और इसके लिए Borrower को New Property, Loan Provide करने वाले Lender के पास तब तक के लिए Mortgage मतलब बंधक रखनी होती है जब तक कि Loan को Repay नहीं कर दिया जाता है।