Procedure to Invest Money in Share Market – भारत में Share Market में Invest करने के लिए निम्न Procedures को Follow करना अनिवार्य है।
Get a Pan Card OR Aadhar Card
भारत में किसी भी तरह के Financial Transaction को करने के लिए Pan Card एक अनिवार्य Document है। यह 10 अंकों का एक Alpha Numeric Number होता है जो प्रत्येक व्यक्ति को Income Tax Department के द्वारा Issue किया जाता है।
Pan Card की सहायता से Income Tax Department यह निर्धारित करता है कि क्या वह Pan Card Holder, Income Tax Slab की Category में आता है या नहीं।
PAN Card की आवश्यकता Bank Account को Open करने में, Mutual Funds जैसे Equity Mutual Funds, Debt Mutual Funds में Invest करने के लिए, Income Tax Return Fill करने आदि के लिए होती है।
जब आप Market Regulator अर्थात् Security Exchange Board of India के साथ Account Open करवाते हैं तब KYC (Know Your Client) Procedure के लिए भी PAN Card की जरूरत होती है।
इसके अलावा Government ने यह भी अनिवार्य कर दिया है कि जो भी Person Share Market में Investment करना चाहते है, उन्हे Demate Account Open करवाना होगा, जिसके लिए PAN Card की जरूरत होती है और साथ ही साथ उन्हे Cancelled Cheque के साथ 6 Months का Bank Statement भी Provide करना अनिवार्य है।
GET A BROKER
कोई भी व्यक्ति Directly ही Share Market में Entry लेकर Shares को खरीद व बेच नहीं सकता है, जैसा कि हम अन्य चीजों को खरीदते व बेचते हैं। Shares की खरीदी व बिक्री किसी Stock Broker के Through ही की जा सकती है।
Stock Broker या तो कोई Individual Person हो सकता है या कोई Company अथवा कोई Agency हो भी सकती है जो SEBI के साथ Registered होती है और इसे SEBI के द्वारा Stock Exchange में Trade करने के लिए Authorize किया गया होता है।
Brokers अपने Clients से उनके द्वारा किए जाने वाले Per Transaction पर Brokerage Fee Charge करते हैं और यदि वे अपने Clients को किसी तरह की कोई Extra Help Provide करते हैं तो उसके लिए भी Clients से ही Charge करते हैं।
Brokers दो तरह के होते हैं जिन्हें Discount Broker व Full Service Broker के नाम से जाना जाता है। Zerodha, UpStox, Fyers आदि कुछ Discount Brokers के Examples हैं, जबकि Sharekhan, ICICIDirect, Kotak Securities, IndiaBulls आदि Full Service Brokers हैं।
Discount Brokers, अपने Client को बेहतर से बेहतर Trading Platform Provide करने के अलावा ओर किसी तरह की Advisory Service Provide नहीं करते, इसलिए अक्सर इनका Brokerage, Full Service Brokers की तुलना में काफी कम होता है जबकि Full Service Brokers, अपने Clients को विभिन्न प्रकार के Trading Platform Provide करने के साथ ही Advisory Service भी देते है, जिसकी वजह से उन्हें विभिन्न प्रकार के Analysts का खर्चा भी वहन करना पडता है। परिणामस्वरूप वे अपने Clients को Discount Brokers की तुलना में ज्यादा Charge करते हैं और कई तरीकों से चार्ज करते हैं।
यदि आप Internet और Online Stuff के साथ Comfortable हो तो आप ICICI Direct, Sharekhan, Kotak Securities, IndiaBulls etc… Online Brokers के साथ भी Work कर सकते हैं।
यहाँ पर जो Online Brokers के नाम दिए गए हैं वो केवल उदाहरण मात्र है। हम अपने Article के माध्यम से आपको इन Companies के साथ Work करने के लिए किसी भी तरह से Recommend नहीं कर रहे हैं। आपके लिए हमारी सलाह तो यही होगी कि आप जिस भी Broker का चुनाव करने जा रहे हैं, उससे पहले उस Broker के बारे में अच्छी तरह से अपने Level पर Research कर ले और Full Satisfaction के बाद ही किसी Broker का चुनाव करें।
Get a Demate Account
जब एक बार आप अपने Broker का चुनाव कर लेते हैं तो उसके बाद आपको Demate और Trading Account Open करवाना होता है। फिर इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि Broker कोई Individual Person है, कोई Company है या फिर कोई Online Broker है।
Demat Account में आपके द्वारा Purchase किए जाने वाले Stocks को उनके नाम के साथ Hold करके रखा जाता है और Shares की Selling भी Demate Account के Through की जाती है जिसका Reflection आपके Demate Statement में होता है जो आप Time to Time Receive करते हैं।
जब आप Shares को खरीदते हैं तो आपको किसी तरह की कोई Physical Share Delivery नहीं की जाती है, जिसका मतलब है कि आपके हाथ में कोई Physical Share Certificate नहीं होता है बल्कि आपके द्वारा जिन भी Shares को खरीदा या बेचा जाता है, उसका Reflection आपके Demate Account Statement में ही होता है। इसीलिए Shares को Physical Form में Hold करके नहीं रखा जा सकता है।
Shares को खरीदने व बेचने के लिए Trading Account की भी जरूरतर होती है। Trading Account एक Intermediary की तरह है जो Shares को खरीदने व बेचने की Facility Provide करता है। आमतौर पर आपका Broker इन सभी बातों का खयाल रखता है।
आपने Share Market में Trading करने के लिए जिस भी Stock Broker का Selection किया है वह आपके लिए Demate Account और Trading Account दोनों ही एक साथ में Open करेगा क्योंकि एक-दूसरे के बिना इन Account का कोई मतलब नहीं होता है।
इसीलिए आप जिस किसी भी Broker के पास अपना Account Open करवाते हैं, सामान्यत: आपका Broker आपके लिए ये दोनों Accounts Open करता है। जहां Trading Account के माध्यम से आप अपने Stocks को Buy / Sell करते हैं, जबकि आप द्वारा Long Term Holding के लिए खरीदे गए Stocks, De-Materialized form में आपके Demate Account में Hold रहते हैं।
जब आप किसी Stock को Investment के लिहाज से Long Term के लिए खरीदना चाहते हैं, तब जिस दिन आप अपने Trading Account के माध्यम से वह Stock खरीदते हैं, तो आपके Trading Account से आप द्वारा Invest किया गया Amount, आपके Depository Participant को Transfer हो जाता है और उसके T+2 Business Day के बाद वह Stock, आपके Depository Participant द्वारा आपके Demate Account में Transfer कर दिया जाता है, जिसे आप Unlimited Time Duration तक के लिए Hold कर सकते हैं और जब आप अपने उस Stock को अपने Trading Account के माध्यम से Sell करते हैं, तो ठीक उसी तरह से वह Stock आपके Demate Account से T+2 Business Day में Transfer होकर आपके Depository Participant के Account में चला जाता है और उसके Against जो Realized Gain/Loss युक्त Total Amount होता है, वह आपके Trading Account में Transfer हो जाता है।
UIN (Unique Identification Number)
Share Market में Invest या Trading करने वाले प्रत्येक Investor का एक Unique Identification Number होता है। यदि आप एक Single Trade में Rs. 1,00,000 या इससे भी ज्यादा Amount का Trade करना चाहते हैं तो इतने बड़े Amount के Transaction को करने के लिए Unique Identification Number की जरूरत होती है।
Buying and Selling
Shares को खरीदने व बेचने के लिए Buyer अथवा Seller को अपने Broker को Inform करना होता है कि वे कौनसी Company के कितने Shares, किस Price पर खरीदना अथवा बेचना चाहते हैं।
उदाहरण के लिए यदि आप Tata Motors के 10 Shares खरीदना चाहते हैं जब Tata Motors के Per Share की Price Rs. 200 हो जाऐ। तो आपको यही बात अपने Broker को बतानी होगी और आपका Broker आपके लिए वह Share खरीद लेगा। जबकि यदि आप स्वयं Online Trading करते है, तो उस Situation में आप अपने Broker द्वारा दिए गए Trading Platform का प्रयोग करते हुए यही काम स्वयं करते हैं।
Broker का एक Customer Care Number भी होता है जिसका Use करके भी आप अपना Order Place कर सकते हैं अर्थात् यदि आपके पास Internet Connection Available न हो तो इस Number का Use करके भी आप अपना Online Order Book कर सकते हैं।
आप जिस किसी भी Broker के आप अपना Account Open करवाऐंगे, आपका Broker, Trade करने से सम्बंधित ये सभी जानकारियों आपको काफी विस्तार से समझा देता है क्योंकि आप उसके Customer हैं और आपके प्रत्येक Trade पर उसे Commission प्राप्त होता है, इसलिए वह प्रत्येक कदम पर आपकी मदद करता है क्योंकि आपके हर Action से उसे कमाई होती है।
Stock Exchange
भारत में केवल दो तरह के Exchanges हैं जहाँ पर Shares व Commodity को खरीदा व बेचा जाता है।
- BSE (Bombay Stock Exchange)
- NSE (National Stock Exchange)
इसलिए आपको अपने Broker को Exchange के बारे में भी जिक्र करना होता है कि आप कौनसे Exchange के Through, Shares की Trading करेंगे। हालांकि दोनों तरह के Exchanges में Shares की Price में थोड़ा सा अंतर होता है लेकिन फिर भी यदि आप Decide नहीं कर पा रहे हैं कि आपको किस Exchange के साथ Work करना चाहिए तो आपका Broker आपको इस बारे में Guide कर सकता है।
इस प्रकार से ये कुछ Basic Terms हैं, जिनके बारे में आपको थोड़ा बहुत ज्ञान होना जरूरी है, ताकि आप Stock Market में आसानी से Entry कर सकें। उम्मीद है, ये पोस्ट आपके लिए उपयोगी व ज्ञानवर्धक रहा होगा। यदि किसी तरह का कोई सवाल हो, तो आप अपना Comment कर सकते हैं। आपके सवाल का जवाब देने में हमें खुशी होगी।