Loan Against Securities Meaning – किसी भी Financial Institution का प्राथमिक कार्य उधार पैसा देना होता है। Financial Institution द्वारा Borrower को विभिन्न तरीकों से उधार पैसा दिया जाता है और Bank द्वारा Borrower को यह उधार पैसा सामान्यत: एक निश्चित अवधि के लिए ही दिया जाता है।
Account Holder द्वारा Banks या Financial Institution में जो भी पैसा Deposit किया जाता है, Account Holder द्वारा पुन: Demand करने पर वह पैसा Repayable होता है अर्थात् Bank द्वारा अपने Account Holder को उनका Deposit Amount वापस से दे दिया जाता है और इसी कारण से Banks या Financial Institution द्वारा अपने Account Holder के पैसों को लम्बी अवधि तक के लिए Locking Period में नहीं रखा जा सकता है।
यही कारण है कि Banks या Financial Institution द्वारा Borrower को उनकी Security के बदले में Loan, प्रदान किया जाता है।
हमनें अपने Loan Against Securities Article में Discuss किया था कि-
- Loan Against Securities क्या है?
- Borrower को कब अपने Shares के बदले में Loan लेना चाहिए?
- Borrower के Portfolio में उपलब्ध Shares के बदले में कितना Loan Approve किया जाता है? आदि…
अब हम अपने इस Article में Discuss करेंगे कि-
- Loan Against Securities की Facility किसे Offer की जाती है?
- Loan Against Securities के लिए Borrower के पास क्या–क्या Eligibility Criteria होना चाहिए?
- Loan Against Securities के लिए Borrower के पास कौन–कौनसे Documents होना अनिवार्य है?
To whom is offered Loan Against Securities Facility?
Loan Against Securities की Facility निम्नलिखित को Offer की जाती है।
- Traders
- Industrialists
- Businessman
अब यदि इनमें से कोई भी अपने Shares के बदले में Loan लेने के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो इसके लिए उन्हें निम्नलिखित Eligibility Criteria को Complete करना अनिवार्य है।
Eligibility Criteria for Loan Against Shares
- Borrower एक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- 18 वर्ष से 65 वर्ष की आयु के Borrower द्वारा ही Loan Against Security की Facility के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- Borrower एक Salaried अथवा Self Employed Professional होना चाहिए और साथ ही साथ उसके पास Income का एक नियमित स्त्रोत होना चाहिए।
- Borrower के Portfolio में जितनी भी Securities हैं, उनकी Minimum Value 10 लाख रूपए होनी चाहिए।
Documents Required for Loan Against Shares
यदि Borrower एक Salaried Person है और यदि वह Loan Against Shares के लिए आवेदन करना चाहता है, तो इसके लिए उसे निम्नलिखित Documents की आवश्यकता होती है।
- ID Proof के रूप में Pan Card, Driving License या Aadhar Card की Copy होनी चाहिए।
- Address Proof के रूप में Aadhar Card की Copy होनी चाहिए।
- Shares/Securities का Document Proof होना चाहिए।
- Passport Size Photograph होना चाहिए।
- पिछले 6 माह का Bank Account Statement होना चाहिए।
- Cancelled Cheque होना चाहिए।
- Demat Account Statement होना चाहिए।
- Income Proof होना चाहिए।
यदि Borrower एक Self Employed Person है और यदि वह Loan Against Shares के लिए आवेदन करना चाहता है, तो इसके लिए उसे निम्नलिखित Documents की आवश्यकता होती है।
- ID Proof के रूप में Pan Card, Driving License या Aadhar Card की Copy होनी चाहिए।
- Address Proof के रूप में Aadhar Card की Copy होनी चाहिए।
- Shares/Securities का Document Proof होना चाहिए।
- Passport Size Photograph होना चाहिए।
- पिछले 6 माह का Bank Account Statement होना चाहिए।
- Cancelled Cheque होना चाहिए।
- Demat Account Statement होना चाहिए।
- Income Proof होना चाहिए।
- व्यवसाय की Balance Sheet व Profit & Loss Account Statement होना चाहिए।
- Borrower द्वारा किए जाने वाले व्यवसाय का Official Address Proof और व्यवसाय की विद्यमानता का Proof होना चाहिए।
Features of Loan Against Securities
Loan Against Securities के निम्नलिखित Features होते हैं।
- Shares के बदले Provide किए जाने वाले Loan में Stock Exchange की प्रतिभूतियाँ (Securities) जैसे Government Securities, Corporate Securities और Debentures भी शामिल होता है।
- Stock Exchange की Securities में निम्नलिखित Securities शामिल होती है।
Central और State Government द्वारा Issue की जाने वाली Security.
Semi-Government द्वारा Issue किया जाने वाला Bonds और Debentures.
Joint Stock Companies द्वारा Issue किया जाने वाला Shares और Debentures.
- Loan के बदले में गिरवी रखी जाने वाली Security, Loan के लिए Protection का काम करती है।
- यदि Borrower द्वारा समय पर Loan नहीं चुकाया जाता है, तो Lender द्वारा गिरवी रखी हुई Securities को Dispose (निपटान) करके अपना Debt वसूल कर लिया जाता है।
- Loan Against Security एक Secured Loan है जिसे Shares, Debentures, Bonds और Mutual Funds को Security के रूप में गिरवी रखने के बदले में Offer किया जाता है।
- Loan Against Security की Facility, Borrower को एक साल की अवधि तक ही प्रदान की जाती है लेकिन यदि Borrower चाहे तो बहुत ही आसानी से इसे Renew करवाया जा सकता है।
- Loan Against Security पर Charge की जाने वाली Interest Rate की Range, 12%-15% तक होती है और इस Rate में एक Bank से दूसरे Bank के बीच में बदलाव होता रहता है।
- Processing Fees के रूप में Total Approve किए जाने वाले Loan Amount का 2% Charge किया जाता है।
- यदि Borrower द्वारा Loan का Prepayment कर दिया जाता है तो इस स्थिति में Borrower को किसी तरह का कोई Charges नहीं चुकाना पड़ता है।
Advantages of offering shares as Security
Security के रूप में Shares को Offer करना एक अच्छा विकल्प है क्योंकि-
- जब भी Borrower द्वारा Loan Amount Repay नहीं किया जाता है, तो Lender द्वारा Shares को बहुत ही सरलता से Cash में Convert करके, पैसों को Realize (वसूल) किया जा सकता है।
- Shares की Value स्थिर होती है लेकिन मंदी के समय में Share Value में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
- Shares की Market Value को बहुत ही आसानी से निर्धारित किया जा सकता है।
Loan Against Shares से Related अहम बातें।
- 1 जुलाई 2017 से हमारे द्वारा जितनी भी Banking Services और Products का प्रयोग किया जाएगा, उस पर 18% की दर से GST चुकाना होगा।
- Borrower को Loan Against Shares की Facility लेने के लिए किसी तरह के Personal Guarantor की जरूरत नहीं होती है।
- Banks द्वारा एक Regular Interval पर उन सभी Shares List में बदलाव कर दिया जाता है, जिन Shares के बदले में Bank द्वारा Borrower को Loan Provide किया जाता है। इसलिए Borrower को समय-समय पर इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके Portfolio में जो Share उपलब्ध है, उसके बदले में Bank द्वारा Loan Provide किया जाता भी है या नहीं।
- Loan Against Securities पर Charge की जाने वाली Interest Rate, Personal Loan और Credit Card पर Charge की जाने वाली Interest Rate से कम होती है।
- Borrower को Loan Against Shares पर लागू Interest Rate को, अन्य विकल्प जैसे Personal Loan अथवा Need Specific Loan पर लागू Interest Rate से Compare करना चाहिए और यदि Investor को कोई सस्ता विकल्प मिलता है, तो उस विकल्प को ही चुनना चाहिए।
- Borrower के Portfolio में जितने भी Shares होते हैं, Bank द्वारा उन सभी Shares के बदले में Loan Provide नहीं किया जाता है बल्कि प्रत्येक Bank अपने-अपने Rules and Regulations के अनुसार यह निर्धारित करते हैं कि वे किस Company के Shares के बदले में Loan Provide करेंगे।
- जब Borrower अपने Shares के बदले में Loan लेते हैं, तो उन्हे अपने Shares को Bank के पास गिरवी रखना पड़ता है, जिसके बदले में Bank द्वारा एक Current Account Issue किया जाता है और आवश्यकता पड़ने पर Borrower द्वारा इसी Account से पैसा Withdraw किया जा सकता है।
इस स्थिति में Borrower द्वारा जितना Loan Amount, Current Account से Withdraw किया जाता है और जितने समय तक उस Amount का प्रयोग किया जाता है, केवल उसी Amount पर Interest Charge किया जाता है।
- यदि Borrower के पास में Physical Form में Shares हैं और यदि वह अपने Shares के बदले में Loan लेना चाहता है, तो इस स्थिति में ज्यादातर Banks ऐसी होती है, जिनसे Loan लेने के लिए यह आवश्यक होता है कि पहले उन Shares को Dematerialized Form में Convert किया जाए, उसके बाद में ही Loan के लिए Apply किया जा सकता है जबकि कुछ Banks ऐसी भी होती है जिनके द्वारा Physical Shares के बदले में भी Loan Provide किया जाता है। इसलिए Borrower को पहले अपने Shares को Physical Form से Dematerialized Form में Convert करना होता है।
Physical Shares को Dematerialized Form में Convert करना कोई कठिन काम नहीं है। इसके लिए Borrower को एक Demat Account Open करवाना होता है और अपने Shares को उस Demat Account में Dematerialized Form में रखना होता है।
- Borrower को Shares के बदले Minimum 1 लाख रूपए तक का Loan Amount और Maximum 20 लाख रूपए तक का Loan Amount Approve किया जाता है जबकि Physical Shares के Case में Maximum Amount 10 लाख रूपए तक का ही Approve किया जाता है।
- इस प्रलोभन में आकर कभी भी Loan नहीं लेना चाहिए कि आपके Portfolio में अच्छे और Valuable Stocks हैं क्योंकि आपने अपने इस Portfolio को एक लम्बे समय के यथोचित परिश्रम से निर्मित किया है, जिसका प्रयोग बेवजह Loan लेने के लिए नहीं करना चाहिए। यह केवल एक Facility है जिसका प्रयोग करके आप अपनी Urgently Requirement को पूरा कर सकते हैं।
- जबतक बिल्कुल आवश्यकता न हो, तब तक अपने Shares को Loan लेने के लिए Bank के पास गिरवी नहीं रखना चाहिए और यदि आवश्यकता पड़ने पर आप अपने Shares के बदले में Loan ले भी लेते हैं, तो जितना जल्दी संभव हो सके, उतना जल्दी चुका देना चाहिए अन्यथा Loan Amount Repay न करने पर, Bank द्वारा आपके Shares को बेचकर अपना Debt वसूल कर लिया जाता है।
- विभिन्न तरह के Charges जैसे Processing Fees, One Time Fee, Renewal Charges, Government Levies और अन्य तरह के Services Charges को भी ध्यान में रखना चाहिए क्योंकि ये सभी Charges आपके Loan की Actual Cost को, Charge की जाने वाली Interest Rate से ज्यादा बढ़ा देते हैं।
- ऐसे Borrower जिनका Credit Score अच्छा नहीं होता है, उनके लिए यह सलाह है कि उन्हे हमेंशा Secured Loan ही लेना चाहिए और यदि वे चाहे तो अच्छी Interest Rate लेने के लिए अपने Shares के बदले में Loan ले सकते हैं और इस तरह से Same Time पर उनकी Assets उनके लिए पैसा Earn कर सकती है और उन्हें अपने Shares को बेचना भी नहीं पड़ेगा।
- Banks द्वारा Borrower के पास Available Maximum Loan Amount को देखने के लिए प्रति सप्ताह Shares की Value Calculate की जाती है और जब तक बाजार में तेजी रहती है, तब तक Investor को कोई Tension करने की जरूरत नहीं होती है। जब तक Shares की कीमतों में वृद्धि होती है तब तक Bank आपको Higher Amount of Loan Provide करता है लेकिन जैसे ही Shares की कीमतों में कमी होने लगती है तो Banks आपसे कहता है कि या तो Difference के पैसे Deposit करो या ओर Shares को गिरवी रखे।
यह उस समय बहुत ही खतरनाक हो सकता है जब आपके पास पैसे न हो या आपके पास ओर Cash Amount उपलब्ध न हो। तो ऐसी परिस्थिति में Banks आपके Shares को Sell करके Loan को Recover कर लेगा।
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