What is Loan Against Property in Hindi – जैसा कि नाम से ही समझ सकते हैं कि जब हम अपनी किसी Property के बदले में Loan लेना चाहते हैं, तो इसे Loan against Property के नाम से जाना जाता है।
विभिन्न Banks और Financial Institutions द्वारा Loan Against Property Facility Offer किया जाता है जिसके अंतर्गत Borrower द्वारा Loan लेने के लिए अपनी Property को Bank के पास में Mortgage (गिरवी) रखना होता है, और उसके बदले में Bank से Loan लिया जाता है।
Loan Amount उस Property पर निर्भर करता है जिसके बदले में Borrower द्वारा Loan लिया जाता है। ज्यादातर स्थितियों में Loan Provide करने से पहले Lender द्वारा उस Property की Market Value को देखा जाता है और आमतौर पर Borrower की Property के बदले में Market Value का 40%-60% ही Loan Amount Provide किया जाता है।
Loan Against Property एक तरह का Secured Loan होता है जिसके अंतर्गत Borrower द्वारा Loan लेने के बदले में जो Property गिरवी रखा जाता है, वह उस Loan के लिए Security का कार्य करता है और यदि Borrower द्वारा किसी भी कारण से Loan Amount, Repay नहीं किया जाता है तो Bank द्वारा उस Property की निलामी अथवा बिक्री करके अपना Debt वसूल कर लिया जाता है।
Property, Against which Loan can be taken.
निम्नलिखित संपत्तियों के बदले में Loan Facility का लाभ लिया जा सकता है-
- ऐसी Residential Property जिस पर Loan लेने वाले Borrower के स्वयं का स्वामित्व हो। (Self-Owned Residential Property)
- ऐसी Residential Property जिस पर Loan लेने वाले Borrower के स्वयं का स्वामित्व हो तथा Borrower द्वारा स्वयं प्रयोग में ली जा रही हो। (Self-Owned and Self-Occupied Residential Property)
- Self-Owned but Rented Residential Property
- भूमि का कोई टुकड़ा जिस पर Loan लेने वाले Borrower के स्वयं का स्वामित्व हो। (Self-Owned Piece of Land)
- ऐसी Commercial Property जिस पर Loan लेने वाले Borrower के स्वयं का स्वामित्व हो। (Self-Owned Commercial Property)
- Self-Owned but Rented Commercial Property
Borrower को कब अपनी संपत्ति के बदले में Loan लेना चाहिए?
- अपनी अथवा अपने बच्चे की Higher Education के लिए यदि अतिरिक्त Fund की आवश्यकता हो तो Loan Against Property Facility का लाभ लिया जा सकता है।
- अपने लिए या परिवार के किसी सदस्य के लिए High Medical Expenses का भुगतान करने के लिए Borrower द्वारा अपनी Property को गिरवी रखकर, उसके बदले में Loan लिया जा सकता है।
- घर के किसी Family Member की शादी के खर्चों को वहन करने के लिए भी इस सुविधा का प्रयोग कर सकते हैं।
- अपने Business को बढ़ाने के लिए या एक नया व्यवसाय स्थापित करने के लिए भी Borrower द्वारा इस सुविधा का लाभ लिया जा सकता है।
Interest Rates for Loan Against Property
एक Borrower जो अपनी Property के बदले में Loan लेना चाहते हैं, वे दो तरह की Interest Rate में से किसी एक को चुन सकते हैं और ये Interest Rate में Loan की अवधि के आधार पर बदलाव भी हो सकता है।
Fixed Interest Rate – जब Borrower द्वारा Fixed Interest Rate को Choose किया जाता है, तो Borrower द्वारा लिए गए Loan की संपूर्ण अवधि के दौरान Interest Rate एक समान ही रहता है और इस तरह की Interest Rate में एक Lender से दूसरे Lender तक परिवर्तन भी हो सकता है।
Adjustable Interest Rate – जब Borrower द्वारा Adjustable Interest Rate को Choose किया जाता है, तो Interest Rate, Fixed नहीं होती है बल्कि Static होती है। इस तरह की Interest Rate में प्रचलित Market Conditions के अनुसार बदलाव भी होता रहता है।
Adjustable Interest Rate उन Borrower के लिए Suitable है, जिन्हे Short Period of Time के लिए ही Loan की जरूरत हो।
Loan Against Property व Personal Loan में क्या अंतर है?
- अपनी Property के बदले में लिया जाने वाला Loan एक तरह का Secured Loan होता है जबकि Personal Loan एक Unsecured Loan होता है। इसीलिए Personal Loan लेने पर Borrower को Lender के पास Security के रूप में कुछ गिरवी नहीं रखना पड़ता है जबकि Loan Against Property की Facility लेने पर Borrower को Lender के पास में Residential अथवा Commercial Property को गिरवी रखना पड़ता है।
- Loan Against Property के बदले में Charge की जाने वाली Interest Rate, Personal Loan पर Charge की जाने वाली Interest Rate से कम होती है क्योंकि Property के बदले में लिया जाने वाला Loan, Secured होता है और Lender के लिए इस तरह का Secure Loan प्रदान करना Risk Free होता है। इसीलिए Loan Against Property की EMIs, Personal Loan की तुलना में कम होती है।
- Loan Against Property की Facility लेने पर Borrower को 15 Years तक की लम्बी अवधि तक के लिए Loan Provide किया जाता है जबकि Personal Loan की स्थिति में Borrower को 5-7 Years तक की अवधि के लिए ही Loan प्रदान किया जाता है क्योंकि यह Unsecured Loan होता है।
- Loan Against Property की Facility के कारण Borrower अपनी उस संपत्ति का अच्छा प्रयोग कर सकते हैं जो बेवजह व्यर्थ पड़ी (Idle) रहती है।
- Loan Against Property के बदले में प्रदान किया जाने वाला Loan Amount Fixed होता है क्योंकि Loan, Borrower द्वारा गिरवी रखी जाने वाली संपत्ति के कुछ Percentage के रूप में दिया जाता है जबकि Personal Loan के बदले में प्रदान किया जाने वाला Loan Amount, Borrower की Income और Repayment Ability पर निर्भर करता है।
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