Income Tax Definition – किसी राज्य के द्वारा अपने राज्य के Individual Person, Companies, Organization/Firm, Hindu Undivided Family (HUF), Association of Person (AOP), Body of Individual (BOI) आदि के द्वारा उनकी Income पर जो अधिभार या धन लिया जाता है।
उसे ही आयकर (Income Tax) कहते हैं। Tax सामान्यत: मुद्रा (Money) के रूप में लगाया जाता है। अन्य शब्दों में आयकर (Income Tax), Income पर लगाया जाने वाला एक प्रत्यक्ष (Direct) एवं प्रगतिशील कर है।
Income Tax सरकार द्वारा अपने देश के नागरिकों से उपक्रम परियोजनाऐं (Undertaking Projects) बनाने के लिए Charge किया जाता है ताकि देश की अर्थव्यवस्था (Economy) को बढ़ाया जा सके और देश के नागरिकों का जीवन स्तर (Standard of Living) सुधारा जा सके।
Heads of Taxable Income in Income Tax
आप जो भी आय कमाते हैं, उस Income को Income Tax में निम्न 5 Heads में से किसी एक में Taxable Income की Calculation करने के लिए Include किया जाता है।
- Income from Salary
- Income form House Property
- Income from Business and Profession
- Income from Capital Gains
- Income from Other Sources
आप जितनी भी कमाई करते हैं वह Income Tax की Calculation करते समय इन्ही में से किसी Head की Income मानी जाती है। इन पाँचों Heads की Income Calculate करने पर Gross Taxable Amount Find Out हो जाती है और उसके बाद सभी प्रकार की Deductions and Exemption घटाने के बाद जो शेष Amount रह जात है उसे Net Taxable Amount कहते हैं और Net Taxable Amount ही Tax के रूप में Income Tax Department को Pay करना होता है।
Income from Salary – Income from Salary, Income का पहला Source है। किसी कर्मचारी (Employee) को उनकी सेवाओं के बदले नियोक्ता (Employer) से जो कुछ भी पारिश्रमिक (Remuneration), मूल वेतन (Basic Salary), मजदूरी (Wages), भत्ते (Allowances), बोनस (Bonus), कमीशन (Commission), या विभिन्न प्रकार की सुविधाएँ अथवा वेतन के स्थान पर जो कुछ भी लाभ मिलता है, तो इसे Salary माना जाता है और इस Income को Income from Salary Head में Taxable किया जाऐगा।
Income form House Property – Income form House Property, Income का दूसरा Source है। यदि आप कोई मकान किराए पर देते हैं तो उस किराए की राशि (Rental Income) को Income form House Property Head में Taxable किया जाऐगा।
Income form Business & Profession – Income form Business & Profession, Income का तीसरा Source है। यदि आप कोई Business करते हैं तो उस Business में आपको जो कुछ भी साल के अंत में आपकी कमाई होगी अथवा आप CA (Chartered Accountant), Advocate हैं तो आप जो भी Fees अपने Client से Charge करते हैं, उन सभी Income को Income from Business & Profession Head में Taxable किया जाऐगा।
Income form Capital Gain – Income form Capital Gain, Income का चौथा Source है। यदि आपने कोई पूंजी संपत्ति (Capital Assets) का हस्तांतरण (Transfer) किया है और उससे आपको कोई लाभ हुआ है तो उस लाभ को Income from Capital Gain Head में Taxable किया जाऐगा, और यह लाभ उसी वर्ष Taxable होगा, जिस वर्ष में आपने Capital Assets का Transfer किया है।
Income form Other Sources – Income form Other Sources, Income का पाँचवा व आखिरी Source है। ऐसी Income जो Income के Above Four Heads में से किसी में भी Taxable नहीं होती है और न ही Government ने इस प्रकार की Income को पूर्णत: कर-मुक्त (Exempted) किया हो तो इस प्रकार की Income को Income from Other Sources Head में Taxable किया जाऐगा।
Example: जैसे यदि करदाता (Asessee) को किसी प्रकार की लॉटरी , वर्ग पहेली, घुड़दौड़, जुआ, शर्त या कोई ताश के खेल में किसी प्रकार की जीत होती है तो यह Income, Assessee के लिए न तो Salary की Income है, जिससे इस Income को Salary Head में Taxable किया जा सके, न ही कोई Rental Income है, जिसे House Property में Taxable किया जा सके, न ही जुआ, वर्ग पहेली, ताश का गेम Assessee का कोई Business है जिससे उसकी इस Income को Business & Profession Head में Charge किया जा सके और न ही कोई Capital Assets के Sale या Transfer करने पर Assessee को यह Income हुई है, जिसे Capital Gain Head में Taxable किया जा सके। तो जब यह चारों में से किसी भी Head की Income नहीं है तो इसे आखिरी Source of Income, Income from Other Sources Head में Taxable किया जाऐगा।
Income Tax में निम्न को Person माना जाता है, जो Tax देने के लिए दायी होते हैं।
- Individual – Individual से तात्पर्य एक ऐसे प्राकृतिक प्राणी से है, जो अस्तित्व में है। इसमें पुरूष (Male), महिला (Female), नाबालिग बच्चा (Minor Child), पागल व मंदबुद्धि (Mad and Dull Person) आदि को शामिल किया जाता है। नाबालिग एवं पागल व्यक्तियों की Income पर Income Tax उनके प्रतिनिधि (Representative) के माध्यम से लगाया जाता है। Trust के Trusty भी इसी Category के Person होते हैं।
- Company – Company एक कृत्रिम व्यक्ति होती है, जिसका स्वयं का कानूनन अस्तित्व होता है और इसे इसकी सार्वमुद्रा से जाना जाता है। इनकी पूंजी अंशों (Shares) में विभक्त होती है तथा इनके अंशधारकों (Shareholders) का दायित्व (Liability) सीमित होता है।
- Firm – Firm से आशय साझेदारी संस्थान (Partnership Institute) से है। यह व्यक्तियों के मध्य ऐसा सम्बन्ध अथवा समझौता है जो किसी Business के लाभों को निश्चित अनुपात में विभाजन हेतु किया जाता है। जो व्यक्ति Partnership Institute में प्रवेश करता है वह कोई Person, Company, Hindu Undivided Family अथवा कोई अन्य Partnership Institute होते हैं और ये जिस नाम से Partnership Institute चलाते हैं उसे ही Partnership Institute या Firm कहते हैं। वित्त अधिनियम, 2009 से एक Firm सीमित दायित्व (Limited Liability) वाली भी हो सकती है।
- Association of Person (AOP) – AOP से आशय कई व्यक्तियों (Individual, Hindu Undivided Family, Company, Firm) का समूह होता है जो किसी Special Purpose के लिए एकत्रित होते हैं।
- Body of Individual (BOI) – BOI से तात्पर्य एक ऐसे संगठन से है जिसमें केवल प्राकृतिक प्राणी या व्यक्ति ही सदस्य हो सकते हैं।
- Hindi Undivided Family (HUF) – HUF से आशय एक ऐसे हिन्दू परिवार से है जिसमें परिवार के समस्त सदस्यों द्वारा पूर्वजों के व्यवसाय व सम्पत्तियों से आय अर्जित की जाती है। इस परिवार में जन्म से व्यक्ति सदस्य बनता है। सभी पुरूष सदस्य, उनकी पत्नियाँ तथा पुत्रियाँ चाहे विवाहित हो या अविवाहित, परिवार की सदस्य होती है।
- Local Authority – एक ऐसी कानून द्वारा निर्मित संस्था है जो एक विशेष छोटे क्षेत्र के कोष के प्रबन्धन एवं नियंत्रण हेतु सरकार द्वारा स्थापित होती है। इसमें पंचायत समिति, नगर पालिका, नगर परिषद्, नगर निगम, नगर विकास न्यास, बन्दरगाह आदि सम्मिलित है।
- Artificial Persons – Artificial Persons से तात्पर्य ऐसे संस्थानों से है जो अप्राकृतिक होते हैं किन्तु उनका अस्तित्व होता है। इनका प्रबन्धन प्राकृतिक व्यक्तियों द्वारा होता है। भगवान, देवी-देवता आदि इसी Category के कृत्रिम व्यक्ति (Artificial Persons ) होते हैं। यदि वैधानिक अस्ितत्व रखने वाले अन्य व्यक्ित उपरोक्त वर्ग (Category) में सम्मिलित न किए जाते हो तो उन्हे भी इसी Category में सम्मिलित किया जाता है।
Use of Tax Money
- Tax के पैसों का Use सरकार देश के नागरिको के बीच में Balance बनाने के लिए करती है।
- Tax के पैसों का Use सरकार उन लोगों के लिए करती है जिनकी कम कमाई है लेकिन फिर भी उनको Basic Facility मिले और Basic Facility क्या है? बस यही है कि सबको Medical Facility मिले, पीने का साफ पानी मिले, यातायात की सुविधा रहे, Electricity मिले।
- Tax के पैसो का Use सरकार Development Activities, Infrastructure बनाने के लिए, रक्षा प्रयोजनों के लिए करती है।
- कुछ निश्चित Category के लोग जैसे Sports Persons, Woman और Senior Citizen Persons को सरकार कई तरह की Tax में Benefits और Exemption (छूट) देने के लिए भी सरकार Tax के पैसों का Use करती है।
- Tax के पैसों का Use Pension देने के लिए किया जाता है।
- Tax के पैसों से ही देश की सरकार चलती है।
- Tax के पैसो से सरकार लोगों के लिए Police Station, Fire Station आदि की व्यवस्था करती है।
- Tax के पैसों का Use सरकार Education में करती है। मतलब सरकारी Schools बनवाती है।
- Tax के पैसों से सरकारी Hospitals बनाऐं जाते हैं।
- Tax के पैसों से Social Security, Health Services Provide की जाती है।
- Road एवं यातायात व परिवहन (Transportation) की Facility Provide करती है।
- देश की रक्षा के लिए अस्त्र तथा शस्त्रों पर Tax का पैसा Use किया जाता है।
- अब Food Security Bill Pass हो गया है, जिसका मतलब है कि सबको खाने को मिले, कोई भूखा न रहे। इसलिए सरकार Tax के पैसों का Use सस्ते दामों में Food Provide करने के लिए भी करेगी।
- Tax के पैसों का Use हम लोगों की और देश की Security के लिए किया जाता है। अगर आप ये कहे कि कोई पड़ौसी देश आप पर हमला न करें। अब आप तो अपने घर या कहीं पर भी आराम से बैठे हैं, लेकिन आपके Border की भी कोई रक्षा कर रहा है और वो रक्षा कौन कर रहा है? रक्षा कर रहा है वो सिपाई जिनके Defense पर जो खर्चा हो रहा है वो सरकार Taxes वसूल करके करती है।